B’DAY SPL: पहली ही नजर में एयरहोस्टेस को दिल दे बैठे थे पंकज उधास, जानें अब तक का सफर
बॉलीवुड के गायक और गजल किंग के नाम से अपनी पहचान बना चुके पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 में गुजरात के राजकोट के पास जेतपुर में हुआ था। पंकज 67 साल के हो चुके हैं। उन्होंने अपने लाइफ का पहला गाना अपने बड़े भाई के साथ स्टेज पर गाया। भारत-चीन युद्ध के दौरान उन्होंने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों…’ गाया, जो कि वहां मौजूद लोगों को काफी पसंद आया। उन्हीं में से एक दर्शक ने उनकी परफॉर्मेंस से खुश होकर उन्हें 51 रुपये दिए थे। पंकज उधास की वो पहली कमाई थी। उनकी कई गजलें ‘चुपके चुपके रात दिन…’, ‘कुछ न कहो, कुछ भी न कहो…’, ‘चिट्ठी आई है…’, ‘घूंघट को मत खोल कि गोरी घूंघ है अनमोल…’ जैसी कई गजलें आज भी लोगों की जुबान पर मौजूद हैं।
पकंज उधास ने 70 के दशक में पहली बार एयरहोस्टेस फरीदा को देखा था। और पहली नजर में ही उन्हें दिल दे बैठे। उस समय पंकज ग्रेजुएशन कर रहे थे और फरीदा एयरहोस्टेस थीं। इस दौरान दोनों में दोस्ती हुई और दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे। इस बीच पंकज की तीन एल्बम रिलीज हुईं और पंकज गायकी की दुनिया में फेमस हो गए, जिसके बाद उन्हें फरीदा के पापा से उनका हाथ मांगा। फरीदा के पिताजी ने भी आराम से दोनों के रिश्ते के लिए हां कर दी और दोनों ने शादी कर ली। संजय दत्त की फिल्म ‘नाम’ में फिल्माया गया एक गाना ‘चिट्ठी आई है…’ ने उन्हें खास पहचान दिलाई थी। 32 साल बाद आज भी पंकज उसे अपनी आवाज में गाते हैं तो लोगों की आंखें नम हो जाती हैं।