कासगंज में नहीं थम रहा हिंसा का दौर, दुकानों और बसों में लगाई गई आग
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा प्रभात फेरी यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच जमकर बवाल के बाद एक बार फिर शहर में तोड़फोड़ की गई है। बताया जा रहा है कि शुरुआती हिंसा में मारे गए युवक के अंतिम संस्कार के बाद एक बार फिर शहर का माहौल खराब हो गया। उपद्रवी भीड़ ने 5 बसों को आग के हवाले कर दिया है। कई दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई है। जिला प्रशासन ने एहतियातन स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का फैसला किया है। यही नहीं शुक्रवार को दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन भी कर लिया गया है।
हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस के साथ आरएएफ और पीएसी की टुकड़ी तैनात कर दी गई है। सूत्रों ने दावा किया कि घंटानगर और नदरई इलाके में लोग हाथों में पेट्रोल बोतल लिए घूमते दिखाई दिए। शनिवार को हिंसा में मारे गए युवक का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस मौके पर बीजेपी सांसद राजवीर सिंह के अलावा स्थानीय विधायक भी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि तिरंगा प्रभात फेरी यात्रा के दौरान कासगंज में शुक्रवार को हुई हिंसा में एक की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे। आगजनी और तोड़फोड़ होने के बाद बवाल बढ़ता देख पुलिस प्रशासन ने आस-पास जिलों की पुलिस फोर्स मौके पर बुलाई, जिसके बाद उपद्रवियों पर काबू किया जा सका। एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि इस मामले में कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
धरने पर बैठीं साध्वी प्राची
कासगंज जा रहीं साध्वी प्राची और उनके काफिले को सिकंदराराऊ पुलिस ने कासगंज रोड पर रोक दिया। इस दौरान साध्वी के समर्थकों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। साध्वी अपने समर्थकों के साथ पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। इधर, अलीगढ़-एटा और मथुरा-बरेली मार्ग जाम है। काफी तादाद में फोर्स तैनाती की गई है। पुलिस के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
कासगंज जा रहीं साध्वी प्राची और उनके काफिले को सिकंदराराऊ पुलिस ने कासगंज रोड पर रोक दिया। इस दौरान साध्वी के समर्थकों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। साध्वी अपने समर्थकों के साथ पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। इधर, अलीगढ़-एटा और मथुरा-बरेली मार्ग जाम है। काफी तादाद में फोर्स तैनाती की गई है। पुलिस के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
अलीगढ़ पहुंची साध्वी प्राची ने कासगंज प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी की मानसिकता से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अगर सतर्क होता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। साध्वी ने कहा कि वह कासगंज प्रशासन की शिकायत सीएम योगी से करेंगी। उन्होंने कहा कि अगर हिंदुस्तान में रहना है तो वंदे मातरम कहना होगा, नहीं तो पाकिस्तान जाना होगा।
ऐसे भड़की हिंसा
दरअसल कासगंज जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र में बिलराम गेट के पास से तिरंगा यात्रा गुजर रही थी। इस दौरान कासगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के साथ जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने उनका विरोध किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई।
ऐसे भड़की हिंसा
दरअसल कासगंज जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र में बिलराम गेट के पास से तिरंगा यात्रा गुजर रही थी। इस दौरान कासगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के साथ जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने उनका विरोध किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई।
इस दौरान समुदाय विशेष के लोगों ने भी मोर्चा संभाल लिया और घर की छतों से पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में उपद्रवियों ने तहसील रोड पर भी फायरिंग कर दी। इसके बाद इलाके में तनाव और बढ़ गया। गाड़ियों में आग लगा दी गई। इसमें गोली लगने से रेलवे रोड निवासी चंदन गुप्ता उर्फ अभिषेक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक प्रिंस गंभीर रूप से घायल हो गया। उपद्रवियों के पथराव में करीब छह लोगों को मामूली चोटें आईं।