पहली बार जारी मनरेगा प्रगति रिपोर्ट कार्ड में हुआ बड़ा खुलासा
उत्तराखंड में मनरेगा योजना को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने में पिथौरागढ़ प्रदेश का अव्वल जिला बना है। जबकि हरिद्वार सबसे फिसड्डी रहा। इसका खुलासा पहली बार जारी मनरेगा प्रगति रिपोर्ट कार्ड में हुआ है। इसमें टिहरी को दूसरा व ऊधमसिंह नगर को तीसरा स्थान मिला। वित्तीय वर्ष 2017-18 में राज्य में केंद्र व राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत 786 करोड़ से अधिक बजट खर्च किया गया।
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) को संचालित करने में पहली बार जिलों की प्रगति का आकलन कर रिपोर्ट कार्ड तैयार किया गया।
योजना में स्वीकृत बजट को खर्च करने की प्रगति, समय पर मनरेगा श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान, जियो टैगिंग, आधार कार्ड लिंकेज समेत 18 बिंदुओं पर जिलों की प्रगति का आकलन किया गया। जिसमें पिथौरागढ़ जिले को सर्वाधिक 70.43 प्रतिशत अंक हासिल रेटिंग में पहला स्थान मिला। वहीं हरिद्वार का प्रदर्शन सभी जिलों में बेहद खराब रहा। हरिद्वार को सबसे कम 35.65 प्रतिशत अंक मिले।