लखनऊ विवि बवाल में आंदोलनकारी छात्रा के समर्थन में आए अखिलेश, कहा- अन्याय हुआ
अखिलेश ने बयान में कहा, किसी बेटी को पढ़ने के लिए अनशन करना पड़े यह सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। विश्वविद्यालय और शासन-प्रशासन भाजपा व आरएसएस के इशारे पर समाजवादी छात्रसभा को बदनाम करने की कुचेष्टा कर रहा है। यह युवा पीढ़ी के भविष्य को अंधेरे में धकेलने का दुष्प्रयास है। शिक्षा संस्थान में ऐसा आचरण अवांछनीय है।
कहा कि भाजपा सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के नाम पर भ्रम फैला रही है। असलियत यह है कि भाजपा शासन में बेटियों-महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा में वृद्धि हो रही है। भाजपा प्रदेश में विश्वविद्यालयों को राजनीति का अखाड़ा बना रही है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, एएमयू, बीएचयू और लविवि में छात्र-छात्राओं के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है। कैंपस में शैक्षणिक गतिविधियों की जगह भाजपा-आरएसएस प्रशासन का दुरुपयोग कर रहे हैं। फीस वृद्धि, प्रवेश समस्या और छात्रहित के मुद्दों पर आंदोलन करने पर नौजवानों को जेल भेजना और उन्हें शिक्षा से वंचित करने का दुष्चक्र चल रहा है। सरकार का छात्रों के प्रति यह बर्ताव अलोकतांत्रिक है।