जिन परिवारों ने लाल खोया, उनकी पीड़ा महसूस कर सकता हूं -यवतमाल में बोले पीएम मोदी
महाराष्ट्र के यवतमाल में विकास योजनाओं के शिलान्यास के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए पुलवामा के शहीदों को याद किया। उन्होंने कहा,
मैं जानता हूं कि हम सभी किस गहरी वेदना से गुजर रहे हैं। पुलवामा में जो हुआ, उसको लेकर आपके आक्रोश को मैं समझ रहा हूं। जिन परिवारों ने अपने लाल को खोया है, उनकी पीड़ा मैं अनुभव कर सकता हूं। इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।
पीएम मोदी ने सरकार की तमाम योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि शेतकारी समाज से हमने लंबा संवाद किया। इसके साथ जो घुमंतू और बंजारा समाज है, उसके लिए भी कई बड़ी योजनाओं का एलान किया गया है। विज्ञापनहाल ही में बजट में असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए शुरू योजना का नाम भी पीएम ने लिया। पीएम ने कहा, “15 हजार तक महीना कमाने वाले साथियों को 60 साल के बाद पेंशन की व्यवस्था की जा रही है।”
यवतमाल, महाराष्ट्र के कमोबेश पिछड़े जिलों में गिना जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि वन उपज के समर्थन मूल्य में बीते साढ़े चार साल में तीन बार बढ़ोतरी की गई है। एमएसपी के दायरे में आने वाली फसलों को भी बढ़ाया गया है। इसके अलावा 20 हजार से ज्यादा आदिवासी आबादी वाले क्षेत्रों में स्कूल खोले जा रहे हैं। यवतमाल के लिए तीन संस्थानों का लोकार्पण किया गया है।
पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत का जिक्र करते हुए कहा कि मेरी कुछ देर पहले योजना के लाभार्थियों से मुलाकात हुई। उनके चेहरे पर जो संतोष दिखा वही आपके प्रधान सेवक को है। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे।