May 20, 2024

उत्तराखण्ड: विधायकों के मफलर-टोपी को सीएम राहत कोष में जमा किये 51 रूपये!

देहरादून। उत्तराखण्ड के बजट सत्र का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। बजट सत्र 26 फरवरी से शुरू होगा। सत्र की तैयारियों को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां जारी हैं। इधर सोशल मीडिया में बजट सत्र गैरसैण में ना कराने को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।

मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 रूपये अंशदान 

गैरसैंण विधानसभा सत्र के लिए गैरसैंण न करने के लिए लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। विधायक से लेकर आमजन गैरसैंण में सत्र न होने को लेकर सरकार से नाराज़गी व्यक्त कर रहा है। एक अजीबोगरीब पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला गैरसैंण में विधानसभा बजट सत्र को लेकर अनेक तरह की प्रतिक्रिया आ रही है। पत्र में लिखा है जिन विधायकों को ठंड लग रही है उनके लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 51₹का छोटा सा अंशदान दे रहा हूं। जिससे विधायकों को ठंड से बचने के लिए मफलर स्वेटर खरीद लिया जाए।

संकल्प भूले जनप्रतिनिधि

बीते दिनों उत्तराखण्ड की कैबिनेट ने इसका फैसला किया। हरीश रावत सरकार के दौरान गैरसैण विधान सभा में संकल्प लिया गया था कि बजट सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में कराया जायेगा। लेकिन समय बीतने के लिए साथ-साथ प्रदेश के जनप्रतिनिधि उस संकल्प को भुला चुके हैं या याद नहीं करना चाहते।
प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से मुखातिब हो बताया कि विधायकों, जिसमें विपक्ष के विधायक भी शामिल हैं, ने बजट सत्र देहरादून कराने को पत्र लिखा। जिसमें विधायकों ने कहा कि गैरसैण में बहुत ठंड है लिहाजा बजट सत्र देहरादून में ही कराया जाए। जिसके बाद बजट सत्र देहरादून में ही कराने का फैसला लिया गया है।

इसमें कांग्रेसी विधायकों के नाम आने के बाद कांग्रेस की काफी किरकिरी हुई। जिसके बाद कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदेश करन माहरा ने बयान जारी कहा कि पार्टी के ऐसे विधायकों से जवाब तलब किया जाएगा जिन्होंने देहरादून में सत्र कराने को पत्र लिखा है। लेकिन अभी तक उन विधायकों के साथ जवाब-तलब किया गया या ना हीं इसकी कोई जानकारी नहीं है।

यहां उत्तराखण्ड क्रांतिदल प्रदेश की प्रमुख क्षेत्रीय राजनैतिक दल है। यूकेडी हमेशा उत्तराखण्ड के क्षेत्रीय मुद्दों पर मुखर रहती है। हालांकि मौजूदा विधानसभा में उसका कोई भी विधायक नहीं है। यूकेडी ने सरकार के इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की। यूकेडी ने कांग्रेस और बीजेपी को आड़े हाथों लिया। यूकेडी ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा कांग्रेस के माननीय विधायकों को गैरसैंण में विधानसभा सत्र मे जाने मे ठण्ड लग रही थी तो धामी ने उनके देहरादून में विधानसभा सत्र गर्म करने का इंतज़ाम कर दिया। उत्तराखंड जनता की आशाओं को ठंडा करके माननीय अब देहरादून मे गर्मी सेकेंगे।

नजर नहीं आती गंभीरता

गैरसैण को लेकर राजनीतिक दलों में गंभीरता नजर नहीं आती है। हालांकि समय की नजाकत और राजनीतिक नफा-नुकसान के हिसाब से ये दल खुद को गैरसैण को हिमायती बताते हैं। कांग्रेस कहती है भराड़ीसैण में विधानसभा भवन बनाने का काम कांग्रेस सरकार ने शुरू किया। तो भाजपा वाले कहते हैं कि भाजपा सरकार ने ही गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा दिया है।

लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। कभी भी इसकी अधिसूचना जारी हो सकती है। प्रदेश में पक्ष- विपक्ष के नेता इसकी तैयारियों में जुटे हैं। जनता को लुभाने के लिए इन्हीं दलों के नेता बूथ स्तर तक जनसम्पर्क अभियान में जुटे हैं। और इस अभियान की फोटो-वीडियो सोशल मीडिया में डाल रहे हैं। तस्वीरें सुदूर पहाड़ों की भी है। अब प्रदेश की जनता को इसमें ये देखना होगा कि इन तस्वीरों में क्या वे विधायक भी है जिन्हें गैरसैण में ठंड लगती है।


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