Twitter के एक्स बॉस जैक डोर्सी का दावा- किसान आंदोलन के समय करना पड़ा दबाव का सामना; केंद्रीय मंत्री बोले- ये एकदम झूठ
ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने एक इंटरव्यू में दावा किया है कि किसान आंदोलन के दौरान उन्हें सरकारी दबाव का सामना करना पड़ा था।
"This is an outright lie by Jack Dorsey – perhaps an attempt to brush out that very dubious period of twitters history. Twitter under Dorsey & his team were in repeated & continuous violations of Indian law. As a matter of fact, they were in non-compliance with law repeatedly… pic.twitter.com/UrvrYyvkqV
— ANI (@ANI) June 13, 2023
इंटरव्यू के बारे में न्यूज एजेंसी ANI ने एक ट्वीट किया है। कहा जा रहा है कि जैक डोर्सी से पूछा गया कि क्या आपको बीते वर्षों में किसी विदेशी सरकारों की तरफ से भी किसी तरह के दबाव का सामना करना पड़ा? Dorsey ने कहा कि भारत से उनके पास ऐसी रिक्वेस्ट आई थीं, जिसमें किसानों के विरोध को लेकर रिक्वेस्ट की गई थीं।
किसानों ने शुरू किया था आंदोलन
बता दें कि साल 2021 में भारत सरकार तीन कृषि कानून लाई थी। काफी विरोध के बाद सरकार ने इन तीनों काले कानूनों को वापस ले लिया था। इन तीनों कानून के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर पर हजारों किसानों ने आंदोलन किया था, जो लगभग नवंबर 2020 में शुरू हुआ था।
भारत सरकार ने डोर्सी के दावे का बताया झूठा
ट्विटर के को-फाउंडर डोर्सी के दावे को भारत सरकार के मंत्री ने खारिज कर दिया। आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी के इस दावे का जोरदार खंडन किया कि किसानों के विरोध के दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भारत सरकार के दबाव में आया था।
"This is an outright lie by Jack Dorsey – perhaps an attempt to brush out that very dubious period of twitters history. Twitter under Dorsey & his team were in repeated & continuous violations of Indian law. As a matter of fact, they were in non-compliance with law repeatedly… pic.twitter.com/UrvrYyvkqV
— ANI (@ANI) June 13, 2023
डोरसी के आरोप का खंडन करने के लिए ट्विटर पर चंद्रशेखर ने कहा, “यह @jack द्वारा एक स्पष्ट झूठ है – शायद ट्विटर के इतिहास के उस बहुत ही संदिग्ध अवधि को मिटाने का प्रयास है।”