आतंकवाद ने आज विश्व के हर भू-भाग में अति भयंकर रूप ले लिया है- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से जनता से जुड़े मुद्दों पर बात की। ‘मन की बात’ का यह 38वां एपिसोड था और इस मौके पर पीएम ने देशवासियों को संविधान दिवस की बधाई दी और मुंबई हमले में जान गंवाने वाले लोगों को याद किया। प्रधानमंत्री ने आज कहा कि आतंकवाद ने आज विश्व के हर भू-भाग में अति भयंकर रूप ले लिया है, मानवता को ललकारा है, चुनौती दी है और यह मानवीय शक्तियों को नष्ट करने पर तुला हुआ है। ऐसे में विश्व की सभी मानवतावादी शक्तियों को एकजुट होकर आतंकवाद को पराजित करना ही होगा।
उन्होंने कहा भारत तो गत 40 वर्ष से आतंकवाद के कारण बहुत कुछ झेल रहा हैं। हमारे हजारों निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई है। लेकिन कुछ वर्ष पहले, भारत जब दुनिया के सामने आतंकवाद की तथा उसके भयावह संकट की चर्चा करता था तो दुनिया में कई लोग इसको गंभीरता से लेने के लिए तैयार नहीं थे।
लेकिन जब आज, आतंकवाद उनके अपने दरवाजों पर दस्तक दे रहा है तब, दुनिया की हर सरकार, मानवतावाद में विश्वास करने वाले, लोकतंत्र में भरोसा करने वाली सरकारें आतंकवाद को एक बहुत बड़ी चुनौती के रूप में देख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ आतंकवाद ने विश्व की मानवता को ललकारा है। आतंकवाद ने मानवतावाद को चुनौती दी है। वो मानवीय शक्तियों को नष्ट करने पर तुला हुआ है। और इसलिए, सिर्फ भारत ही नहीं, विश्व की सभी मानवतावादी शक्तियों को एकजुट होकर, आतंकवाद को पराजित करना ही होगा।’’
मोदी ने भारतीय संविधान को लोकतंत्र की आत्मा बताते हुए देशवासियों से उसका अक्षरश: पालन करने और उसी की भावना के अनुरूप ‘नया भारत‘ बनाने का आह्वान किया है ताकि समाज के गरीब ,पिछड़े और वंचित समुदाय के लोगों के हितों की रक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि1949 में आज ही के दिन संविधान-सभा ने भारत के संविधान को स्वीकार किया था और 26 जनवरी 1950 को यह लागू हुआ था। मोदी ने कहा कि आज का दिन संविधान-सभा के सदस्यों के स्मरण करने का दिन है जिन्होंने इसे बनाने के लिए तीन वर्षाें तक कठोर परिश्रम किया था।