May 17, 2024

12 दिवसीय कार्यशाला में राफ्टिंग प्रोफेशनल्स ने सीखी पर्यटन व्यवसाय की बारीकियां

ऋषिकेश। मुनि की रेती में 12 दिवसीय राफ्टिंग व्यसाइयों एवं गाइड हेतु कौशल विकास कार्यशाला एवं प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को समापन हुआ। ये प्रशिक्षण शिविर गंगा राफ्टिंग प्रबंधन समिति मुनि की रेती एवं पर्यटन अध्ययन विभाग डिग्री कालेज नरेन्द्रनगर की तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यशाला में पर्यटन व्यवसायियों को पर्यटन एवं राफ्ट व्यवसाय से जुड़े बारीकियों की जानकारी दी गई। साथ ही राफ्टिंग उद्योग की ब्रांड इमेजिंग एवं इसके सामाजिक दायित्यों के बारे में बताया गया।

कार्याशाला के समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि प्रो० एससी बागड़ी ने कहा कि पर्यटक संतुष्टि पर्यटन उद्योग का आधार है जिसके लिए नैतिक मूल्यों का विकास जरूरी है!

उन्होंने कहा की राफ्टिंग से पूर्व रिवर गाइड्स द्वारा पर्यटकों को गंगा के महत्व से रूबरू करवाया जाना चाहिए तथा उद्यमियों द्वारा राफ्टिंग उद्योग की छवि सुधार हेतु सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करना भी आवश्यक है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पद्मश्री कल्याण सिंह रावत मैती ने प्रतिभागियों को पर्यावरण संरक्षण, गंगा तथा हिमालय के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि व्यवहार व्यवसाय की रीढ है तथा देवभूमि वासियों को सस्टेनेबल बिजनेस हेतु अपने अंदर देवत्व जागना पड़ेगा।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि तौर पर श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर हेमंत बिष्ट ने कहा कि राफ्टिंग उद्योग के सतत विकास एवं प्रकृति संरक्षण हेतु मां गंगा एवं हिमालय से भावनात्मक लगाव जरूरी है।

प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जिला साहसिक खेल अधिकारी, टिहरी गढ़वाल खुशाल सिंह नेगी ने कहा कि गाइड्स के लिए स्वयं को अपडेट रखना तथा समय प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है।

इस कार्यशाला का शुभारंभ 13 फरवरी 2024 को किया गया था। कार्यशाला के प्रथम दो दिन रिवर राफ्टिंग व्यवसाईयों के साथ राफ्टिंग व्यवसाय से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर संवाद एवं वार्तालाप कार्यशाला का आयोजन किया गया। 15 फरवरी से रिवर राफ्टिंग गाइड्स हेतु दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के प्राचार्य प्रो0 उभान ने तकनीकी कौशल के साथ-साथ मानव कौशल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यटकों के माइंडसेट को बदलने में देर नहीं लगती, इसलिए इस तरह के कौशल विकास कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक हैं।

कार्यक्रम के संचालक एवं राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के पर्यटन अध्ययन के विभागाध्यक्ष ने बताया कि 12 दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत भर के 64 विषय विशेषज्ञों द्वारा राफ्टिंग व्यवसायियों व गाइड को क्षमता कौशल एवं पर्यटन विकास के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 580 रिवर राफ्टिंग प्रोफेशनल्स एवं गाइड्स को प्रशिक्षित किया गया।

इस अवसर पर राफ्टिंग गाइड्स के अलावा डॉ0 दिवाकर, बिजेंद्र पंवार, आलोक उप्रेती, रामपाल भंडारी, बिजेंद्र बिष्ट, द्रोण बिष्ट, महाविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भूपेंद्र कोटियाल, गणेश चंद्र पांडे, मुनेंद्र कुमार, अजय, शिशुपाल सहित मीडिया एवं पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हुए कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर संजय मेहर ने किया। पर्यटन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विजय प्रकाश ने धन्यवाद प्रस्तावित किया।


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