पाकिस्तान ने कतर मामले में उगला जहर, कहा-‘जासूसी करवा रहा भारत, खाड़ी देशों के पास सबूत’
पाकिस्तान ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहरीला बयान दिया है. इस बार उसने भारत और कतर के बीच पूर्व नौसैनिक विवाद पर बयानबाजी की है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार (2 नवंबर) को कतर में भारतीय जासूसों की हालिया गिरफ्तारी पर बात करते हुए दावा किया कि मीडिल ईस्ट में भारत जासूसी करवा रहा है. इस मामले में भारत के खिलाफ ठोस सबूत भी मौजूद है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने भारतीय नेटवर्क और जासूसी गतिविधियों के बारे में बयानबाजी की. उन्होंने कतर में भारतीय नौसेना के अधिकारियों को मौत की सजा दिए जाने की रिपोर्टों पर भी गौर किया. उन्होंने पाकिस्तान के तरफ से भारत के खिलाफ जासूसी का मु्द्दा उठाने की बात कही.
कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी से तुलना
मुमताज ज़हरा बलूच ने कहा कि भारत को कतर मामले में झटका लगा है. उन्होंने पाकिस्तान की ओर से कुलभूषण जाधव की 2016 में हुई गिरफ्तारी का उदाहरण दिया. उन्होंने कतर मामले में भारतीय नौ सैनिकों और कुलभूषण की गिरफ्तारी की तुलना की. आपको बता दें कि कुलभूषण जाधव भी एक पूर्व नौसैनिक अधिकारी है, जिन्हें 3 मार्च 2016 में बलूचिस्तान के अंदर चमन के सीमावर्ती क्षेत्र के पास मशकेल में गिरफ्तार किया गया था. दूसरी तरफ कतर की अदालत ने भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को जासूसी के गंभीर आरोप में मौत की सजा सुनाई है. उन पर इजरायल के लिए जासूसी करने और भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के लिए काम करने का आरोप लगाया गया.
🔴LIVE: Spokesperson's Weekly Press Briefing 02-11-23 at Ministry of Foreign Affairs, Islamabad https://t.co/Fw5a7Oqesw
— Ministry of Foreign Affairs – Pakistan (@ForeignOfficePk) November 2, 2023
पाकिस्तान सरकार की बौखलाहट
आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की मुमताज ज़हरा बलूच भारत के खिलाफ बेवजह की बयानबाजी की है. इससे पहले भी उन्होंने कश्मीर को लेकर भी भारत पर निशाना साधने की कोशिश की है. हालांकि, ये बौखलाहट पाकिस्तानी सरकार के चेहरे पर साफ छलकती है, जब से भारत ने कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35 ए को निरस्त कर दिया है. इस वजह से पाकिस्तान सरकार के तरफ से कश्मीर की घाटियों में चलने वाला आतंकवाद की दुकान बैठ गई है. इस मामले को लेकर पाकिस्तान ने कई बार इंटरनेशनल स्टेज पर उठाई है. हालांकि, हर बार उन्हें मुंह की है खानी पड़ी है.