कासगंज हिंसा: तनावपूर्ण इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद, हत्या के आरोप में 32 लोगों को भेजा जेल
उत्तर प्रदेश के कासगंज में शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर विश्व हिंदू परिषद और एबीवीपी की मोटर साइकिल रैली पर हुई पत्थरबाजी के बाद झड़प में 16 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई थी।
रैली के दौरान शुरू हुई हिंसा आज भी देखने को मिली। उप्रदवियों के कल दो बसों और कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था। वहीं कल जैसा मंजर आज भी दोहराया गया।
मृतक चंदन का मुख्य आरोपी शकील अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। शकील की तलाशी में पुलिस ने आज आरोपी के घर की तलाशी ली। उसके घर से देसी बम और पिस्टल पुलिस ने बरामद किये है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तनावपूर्ण इलाकों में आज शाम 10 बजे तक इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है, ताकि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की कोई अफवाह न फैल सके।
प्रधान सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने कहा, ‘दो मामले कल (शुक्रवार) दर्ज किए गए थे। दो मामलों में नौ गिरफ्तारियां हुई है , 40 अतिरिक्त निवारक गिरफ्तार किए गए हैं।’
उन्होंने कहा, ‘पीएसी और 1 आरएएफ की पांच कंपनियां शुक्रवार को अतिरिक्त सिविल पुलिस अधिकारियों / पुलिसकर्मियों के साथ वहां पहुंच गईं थी। आरएएफ की एक और कंपनी आज वहां पहुंच गई है।
पुलिस ने कासगंज में सुरक्षा के लिए ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है।