May 19, 2024

पानी की समस्या से निबटने को सिंचाई विभाग अलर्ट मोड पर

देहरादून। गर्मियां बढत़े ही उत्तराखंड में पेयजल की समस्या बढ़ने लगती है। इस संबंध में मुख्य अभियंता जयपाल सिंह का कहना है कि पानी की कमी से निबटने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

मंगलवार को उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के 1720 ट्यूबवेल का मैदानी और तराई क्षेत्रों में सिंचाई के अलावा पेयजल के लिए भी प्रयोग हो रहा हे। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या के सुधार के लिए विभाग पूरी तरह प्रयासरत है।

उत्तराखण्ड में लगातार बढ़ती गर्मी के चलते पानी की समस्या विकराल रूप लेती नजर आ रही है। वहीं पेयजल के अलावा किसानों की फसलों की सिंचाई के लिए भी पानी की कमी देखने को मिल रही जिससे निपटने के लिए सिंचाई विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है।

इस बात को लेकर सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता जयपाल सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश के 1720 ट्यूबवैल में से लगभग 308 ट्यूबवैल मैदानी और तराई क्षेत्री में सिंचाई के अलावा पेयजल के लिए भी प्रयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या के सुधार के लिए शासन पूरी तरह प्रयासरत है।

उन्होंने कहा कि इन ट्यबवैल के पानी को पेयजल और सिंचाई के रूप में उपयोग करने के लिए अलग से समय निर्धारित किया गया है और विभाग की यह कोशिश रहती है कि जलस्रोतों के पानी को पूर्ण रूप से उपयोग में लाया जाए।


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