पिछले साल देश-विदेश से 1.25 लाख से भी अधिक युवाओं ने संघ से संपर्क किया-मनमोहन वैद्य
तीन साल में एक बार होने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ( आरएसएस) की एक अहम बैठक आज से नागपुर में शुरू होगी। इसमें वह अगले तीन साल के लिए अपना एजेंडा एवं भावी कार्ययोजना तय करेगा। संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 10 मार्च को अगले सरकार्यवाह (महासचिव) यानी संगठन के कार्यकारी प्रमुख का भी चयन करेगी। सरकार्यवाह द्वारा ही आरएसएस के रोजमर्रा के कामकाज संभाले जाते हैं।
खबरों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मातृ संगठन आरएसएस के नेतृत्व में बदलाव किया जा सकता है। फिलहाल भैयाजी जोशी सरकार्यवाह हैं और वह संगठन में सरसंघचालक मोहन भागवत के बाद दूसरे नंबर पर हैं। तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा की बैठक से पूर्व आरएसएस नेता मनमोहन वैद्य ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार्यवाह के चुनाव में निर्वाचित प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
संघ के प्रचार प्रमुख वैद्य ने बताया कि इस बैठक में करीब 1500 प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। उन्होंने कहा, ”बैठक में अगले तीन साल के लिए भावी कार्ययोजना एवं किये जाने वाले प्रयासों पर मुख्य रूप से जोर होगा। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव राम माधव और अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं के नौ मार्च को बैठक में हिस्सा लेने की संभावना है। देश के विभिन्न हिस्सों में नेताओं की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाये जाने के संबंध में एक सवाल के जवाब में वैद्य ने कहा, ”ये सभी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
युवाओं में संघ के प्रति दिलचस्पी बढ़ रही है-संघ
संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा कि पिछले साल देश-विदेश से 1.25 लाख से भी अधिक युवाओं ने संघ से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि 2013 में, 30 साल से कम आयुवर्ग के लगभग 28,000 युवाओं ने आरएसएस से संपर्क साधा। 2014 से 2016 के अंत तक संघ से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या 80,000 के पार कर गई। वैद्य ने कहा, ”आरएसएस के लिए युवाओं में रूझान लगातार बढ़ रहा है। 2013 में केवल 28,000 युवाओं ने दिलचस्पी दिखायी थी। पिछले साल संघ से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या बढ़कर 1.25 लाख हो गई।