पुतिन से मुलाकात के लिए ट्रंप हेलसिंकी पहुंचे, अमेरिका को बैठक से खास उम्मीदें नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से वार्ता के लिए रविवार शाम को फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी पहुंच गए। दोनों देशों के बीच तनाव के मद्देनजर यह ट्रंप, पुतिन की पहली वार्ता है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ब्रिटेन के दौरे के बाद ट्रंप हेलसिंकी पहुंचे हैं। पुतिन के साथ उनकी वार्ता के दौरान अनुवादक भी मौजूद होंगे। इसके बाद दोनों राष्ट्रपति इस वार्ता के नतीजों को लेकर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे।
बैठक से खास उम्मीद नहीं
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोन बोलटोन ने कहा, अमेरिका और रूस के साथ होने वाली शिखर बैठक से उन्हें कोई खास उम्मीद नहीं है। बैठक से पहले ट्रंप ने कहा है रूसी राष्ट्रपति से मुलाक़ात से कुछ बुरा नहीं होगा और हो सकता है कि शायद कुछ अच्छे परिणाम निकले, पर इस मुलाक़ात से मुझे बड़ी उम्मीदें नहीं हैं।
रूस के अमेरिकी राजदूत जॉन हंट्समैन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि दोनों पक्ष की बैठक से ज्यादा उम्मीद न ही करें। हंट्समैन ने कहा ‘यह तथ्य है कि इस तरह की वातार्लाप के लिए हमारे देश के प्रमुख यहां एक साथ मिल रहे हैं जो कि एक बड़ी बात है।’ शिखर सम्मेलन बैठक में दोनों नेताओं की अन्य चीजों, परमाणु प्रसार और सीरिया में संघर्ष पर चर्चा करने की उम्मीद है।
ट्रंप ने कहा कि वह वर्ष 2016 के अमरीकी चुनाव के दौरान कथित रूप से हैकिंग में शामिल 12 रूसी लोगों की बात उठायेंगे। लेकिन पुतिन ने बार-बार इस बात से इंकार करते रहे हैं। हालांकि ट्रंप ने उनके प्रत्यर्पण के बारे में अभी कुछ नहीं सोचा है। ट्रंप ने ओबामा प्रशासन और डेमोक्रेटिक पार्टी पर हैकिंग के लिए जिम्मेदार ठहराया, रूस को नहीं। बोल्टन ने रविवार को कहा कि उन्हें यह विश्वास नहीं हो रहा है कि पुतिन को रूसी खुफिया अधिकारियों की कथित भूमिका के प्रयासों के बारे में पता नहीं है। जबकि रूसी खुफिया अधिकारियों की इसमें कथित भूमिका रही है।