अविश्वास प्रस्ताव: टीडीपी सांसद ने पीएम के लिए इस्तेमाल किया आपत्तिजनक शब्द, भाजपा का विरोध
संसद में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बहस जारी है। तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) सत्तासीन एनडीए सरकार के खिलाफ सदन में प्रस्ताव लेकर आई है। दिलचस्प बात यह है कि टीडीपी पहले एनडीए की सहयोगी पार्टी हुआ करती थी। हालांकि कुछ मतभेदों के बाद टीडीपी इस गठबंधन से अलग हो गई है। टीडीपी की तरफ से श्रीनिवास ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद पहली बार चुने गए सासंद जयदेव गल्ला ने इस प्रस्ताव पर बहस की और भाजपा सरकार को श्राप दिया।
गल्ला के भाषण खत्म करने के बाद टीडीपी के एक सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया। जिसका भाजपा सासंदों ने कड़ा विरोध किया। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी सीट पर खड़े होकर विरोध जताया। उन्होंने सांसद से आपत्तिजनक शब्द को वापस लेने के लिए कहा। हंगामे की वजह से कुछ देर के लिए संसद की कार्यवाही भी बाधित रही। इस वजह से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने सदन की कार्यवाही से उस शब्द को हटाने के लिए कहा। जिसके बाद हंगामा खत्म हुआ कार्यवाही फिर से शुरू हुई।
बता दें कि टीडीपी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य के साथ धोखा किया है और आज आंध्र प्रदेश मुश्किल में है। भाजपा ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा। हम आज भी उस पल का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश पर कर्ज थोपा गया है। राज्य पर भारी कर्ज है लेकिन केंद्र कोई मदद नहीं कर रहा है। गल्ला ने कर्नाटक के जनार्दन रेड्डी का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार के आरोपियों को बचाने में लगी है।