सुशील मोदी का दावा, लालू ने जेटली से मांगी थी मदद, बदले में 24 घंटे में नीतीश सरकार गिरा देने का किया था वादा
चारा घोटाला मामले में जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव पर सुशील मोदी ने बड़ा हमला बोला है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर आरोप लगाते सुशील मोदी ने कहा कि वह अपने स्वार्थ के लिए पांव पकड़ सकते हैं गिड़गिड़ा सकते हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर लालू यादव बीजेपी से सहयोग लेने में परहेज नहीं करते हैं.
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा, ”लालू यादव अपने दूत प्रेम गुप्ता को अरुण जेटली के पास मदद के लिए भेजा था.” सुशील मोदी के मुताबिक, ”प्रेम गुप्ता ने जेटली से बातचीत के दौरान कहा था कि अगर सीबीआई चार घोटाला मामले में अपील न करे तो वह नीतीश की सरकार गिरा देंगे. 24 घंटे में नीतीश कुमार का इलाज बिहार में कर देंगे.”
सुशील मोदी ने कहा कि ऐसे किसी भी प्रस्ताव को जेटली ने मानने से इंकार कर दिया क्योंकि सीबीआई ऑटोनोमस बॉडी है. मैं कोई मदद नहीं कर सकता. बातचीत के बारे में नीतीश कुमार को पता चल गया था. अरुण जेटली और संजय झा के जरिए मुझे इस बात की जानकारी मिली थी.
बता दें कि लालू यादव को चारा घोटाला मामले में सजा हुई है और वह रांची के जेल में बंद हैं. सुशील मोदी ने कहा कि वह जेल में बन्द हैं लेकिन बिहार की राजनीति प्रभावित करने की कोशिश करते हैं. लालू अपने मुकदमे को खत्म करने के लिए नीतीश कुमार के खिलाफ एक तरह से साजिश रच रहे थे.
आरएसएस से सांठ-गांठ को लेकर बिहार के उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 1973 में लालू यादव पटना यूनिवर्सिटी में मिली जीत के बाद आरएसएस को धन्यवाद देने संघ कार्यालय गए थे. साल 1974 में और 1977 में संघ की उन्होंने मदद ली थी.
बिहार में लालू यादव से समर्थन को लेकर सुशील मोदी ने कहा कि किसी कीमत पर बीजेपी आरजेडी के साथ हाथ नहीं मिला सकती है. गौरतलब है कि लालू यादव अपने भाषण और रौलियों में मुखर रूप से संघ के खिलाफ हमला बोलते रहे हैं. अपने रैलियों में वह अक्सर संघ को ब्राह्मणवादी भी करार देते हैं.