समाज, उपभोक्ता और उत्पादक को मिलेगा जीएसटी का लाभ
देहरादून केंद्रीय विद्यालय-एक हाथीबड़कला में रविवार को अर्थशास्त्र स्नातकोत्तर शिक्षकों का सेवाकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि केवि संगठन देहरादून संभाग के उपायुक्त सोमित श्रीवास्तव और विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक दिनेश पाठक ने किया। पहले दिन वस्तु और सेवा कर पर गहन मंथन किया गया।
मुख्य अतिथि सोमित श्रीवास्तव ने कहा कि जीएसटी जैसे ऐतिहासिक फैसलों से देश के सभी वर्गो को दीर्घकालीन लाभ मिलता है। अल्पकाल में विकासदर का मामूली रूप से कम होना कोई अधिक मायने नहीं रखता। जीएसटी से पारदर्शिता बढ़ेगी, भ्रष्टाचार में कमी आएगी और सरकार का राजस्व बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्र विषय के सेवाकालीन प्रशिक्षण से अध्यापकों को पाठ्यक्रम के साथ-साथ देश की आर्थिक नीतियों पर आमंत्रित विद्वानों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। दिनेश पाठक ने कहा के विद्यार्थियों के मनोभाव, दृष्टिकोण और मूल्यों का भी आदर होना चाहिए। शिक्षक को उनके साथ मैत्रीपूर्ण, आत्मीय एवं गरिमापूर्ण संबंध रखने चाहिए।
विद्यालय के प्राचार्य एवं प्रशिक्षण निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने कहा की वस्तु एवं सेवा कर अप्रत्यक्ष कर के क्षेत्र में ऐतिहासिक, साहसिक और विवेकपूर्ण कदम है। आने वाले समय में सरकार, समाज, उपभोक्ता और उत्पादक सभी वर्गो को इसका लाभ मिलेगा। अर्थशास्त्र शिक्षकों ने एक मत से अधिकतम जीएसटी 28 प्रतिशत को घटाए जाने की आवाज उठाई। कार्यक्रम का संचालन उप प्राचार्य हरिहर यादव ने किया। इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन डॉ. पीसी जोशी, डॉ. एसके मिश्रा आदि मौजूद थे। प्रशिक्षण में आगरा, झबलपुर, वाराणसी, पटना, दिल्ली, गुड़गाव, चंडीगढ़, लखनऊ व देहरादून संभाग के 51 शिक्षक हिस्सा ले रहे हैं।