मौसम विभाग की चेतावनी, मानसून की कमी पहुंचा सकता है भारी नुकसान
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत और पूरे देश में निश्चित तौर पर मानसून ने दस्तक दे दी है और इस हफ्ते देश के कई बड़े हिस्सों में जोरदार बारिश का अनुमान भी जताया गया है। लेकिन मानसून के पहले महीने में जितनी बारिश होनी चाहिए थी, उतनी हुई नहीं। मौसम विभाग द्वारा जुटाए गए 30 जून तक के आंकड़ों की मानें तो इस मानसून में देशभर में करीब 5 फीसदी बारिश कम हुई।
गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। यहां 1 जुलाई तक क्रमश: 86 फीसदी, 59 फीसदी और 48 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश की कमी का ये आंकड़ा और बढ़ सकता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होने की संभावना है। हालांकि दिल्ली और आसपास के इलाकों में मंगलवार को मूसलाधार बारिश हो सकती है, लेकिन हफ्ते की दूसरी छमाही में वह भी गायब हो जाएगा।
मौसम विभाग ने सोमवार को बताया था कि जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों, तमिलनाडु, असम, गुजरात, उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश होगी। मौसम विभाग ने बयान जारी कर कहा था, ‘पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, असम, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश हो सकती है।
बुधवार के लिए अपनी चेतावनी में मौसम विभाग ने बताया था कि असम, मेघालय, कोंकण और गोवा में भारी बारिश होगी। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, सिक्किम, गुजरात, सेंट्रल महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना है। वहीं हरियाणा, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बताते चलें कि पिछले हफ्ते मौसम विभाग ने कहा था कि निश्चित समय से 17 दिन पहले ही पूरे देश में मानसून आ गया है।