May 18, 2024

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए छठी बार ईडी दफ्तर पहुंचे वाड्रा

कांग्रेस पार्टी की महासचिव और पूर्वी उत्तरप्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंच गए हैं। इससे पहले ईडी ने उन्हें मंगलवार को आने के लिए समन भेजा था लेकिन सेहत ठीक ना होने के कारण वह नहीं आ पाए। 

जांच एजेंसी का कहना है कि फिलहाल वाड्रा 2 मार्च तक अंतरिम जमानत पर बाहर हैं। दिल्ली के जामनगर स्थित एजेंसी के ऑफिस में वह पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे।

बीते हफ्ते एजेंसी ने जमीन विवाद के एक अन्य मामले में वाड्रा से दो बार जयपुर में पूछताछ की थी। उनकी मां मॉरीन भी उनके साथ थीं। लेकिन संक्षिप्त कानूनी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद उन्हें जाने की अनुमति दे दी गई थी।

वाड्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से जुड़े मामले में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की थी। यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड (ब्रिटिश पाउंड) की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है। यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की है।

दिल्ली में इसी मामले में एजेंसी ने वाड्रा से तीन बार पूछताछ की। जहां एजेंसी ने उनसे संपत्ति, निवेश और आय का विवरण मांगा था। माना जा रहा है कि पिछली बार पूछताछ के दौरान वाड्रा का ‘सामना’ उन दस्तावेजों से कराया गया जो एजेंसी ने मामले की जांच के दौरान हासिल या जब्त किए हैं। उनमें फरार रक्षा डीलर संजय भंडारी से जुड़े दस्तावेज भी शामिल हैं।

फिलहाल जांच एजेंसी का कहना है कि आयकर विभाग फरार हथियार कारोबारी संजय भंडारी के खिलाफ काला धन कानून और कर कानून के तहत दर्ज मामलों की जांच के दौरान यह बात सामने आई थी कि उसके संबंध वाड्रा के करीबी मनोज अरोड़ा के साथ हैं।

जब अरोड़ा से पूछताछ हुई तो जांच एजेंसी को कई ऐसी बातें पता चलीं जिसका अप्रत्यक्ष जुड़ाव वाड्रा के साथ पाया गया। यह आरोप है कि भंडारी ने 19 लाख पाउंड में जो प्रोपर्टी खरीदी थी, उस पर 65900 पाउंड खर्च करने के बाद उसे उतनी ही रकम में वाड्रा काे बेच दिया गया।

इससे साफ हो गया कि भंडारी इस संपत्ति का वास्तविक मालिक नहीं था। उसने वाड्रा को फायदा पहुंचाने के लिए यह सौदा किया था। 30 अप्रैल, 2016 के पूछताछ में भंडारी ने वाड्रा की 2012 में फ्रांस यात्रा को लेकर भी खुलासा किया था।

जब भंडारी से फ्रांस की टिकट के खरीदने को लेकर सवाल पूछा गया तो उसने कहा कि “जहां तक मुझे याद है कि इसे खरीदा गया था, लेकिन मुझे याद नहीं है कि भुगतान कैसे और किसने किया।”

जांच एजेंसी वाड्रा से लंदन स्थित 9 संपत्ति को लेकर पूछताछ कर चुकी है। जिन्हें गैरकानूनी तरीके से यूपीए सरकार के कार्यकाल में खरीदा गया था। इन संपत्ति की कीमत 12 मिलियन पाउंड यानि 110 करोड़ से भी अधिक है।


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