दुनिया में नया बैंकिंग माडल भारत से आएगा:पेटीएम संस्थापक विजय शेखर
नई दिल्ली। नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने आज कहा कि भौतिक रूप से बैंक और उनकी शाखाओं में जाना अगले तीन साल में अप्रासंगिक हो जाएगा क्योंकि डाटा खपत और डाटा विश्लेषण से वित्तीय समावेश को और गति मिलेगी।
मोबाइल बड़ा कारण
कांत ने कहा कि बैंकों की शाखाओं में जाना खत्म हो जाएगा…इसका कारण बड़े पैमाने पर डाटा का उपयोग तथा डाटा विश्लेषण है जो वित्तीय समावेश को मजबूत बनाएगा। यहां एक परिचर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि भारत एकमात्र देश है जहां एक अरब से अधिक लोगों को आधार कार्ड (बायोमेट्रिक) जारी किये गये हैं। अगले तीन साल में भारत में एक अरब से अधिक स्मार्टफोन होगा।
नया बैंकिंग मॉडल
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने यह भी कहा कि देश में मोबाइल डाटा खपत अमेरिका और चीन के संयुक्त डाटा खपत से अधिक है। परिचर्चा में भाग लेते हुए पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि दुनिया में नया बैंकिंग माडल भारत से आएगा और पेटीएम भारत माडल का शुरूआती उदाहरण होगा।
5000 अरब डॉलर की होगी इकोनॉमी
शेखर ने कहा कि डिजिटल सेवाओं का उपभोग बढ़ने से देश की संपदा में 2,500 अरब डॉलर का इजाफा होगा और यह 5,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगी।
शर्मा ने यहां इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन आफ इंडिया (आईएएमएआई) के 12वें (रिपीट 12वें) इंडिया डिजिटल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारत को 2,500 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 70 साल लगे। अब इतनी ही वृद्धि सात साल में हासिल हो जाएगी।