नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रेल का ट्रायल रन शुरू, 1 अप्रैल से जनता के हवाले
नोएडा से ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाले एक्वा लाइन कॉरिडोर पर मंगलवार को मेट्रो का टेस्ट रन शुरू हो गया। यह पूरी लाइन 29.7 किलोमीटर की है और उसमें 21 मेट्रो स्टेशन पड़ेंगे। फिलहाल 15 जनवरी तक टेस्ट रन चलेगा और उसके बाद अगले 3 महीने तक ट्रायल रन चलेगा। इसके बाद 1 अप्रैल से आम जनता के लिए यह लाइन खोल दी जाएगी।
ग्रेटर नोएडा एजुकेशनल हब तो है ही। साथी ही यहां कई बड़ी कंपनियों के दफ्तर भी हैं। माना जाता है कि दिल्ली और नोएडा से हजारों की तादात में लोग रोजाना यहां का सफर करते हैं। ऐसे में इस मेट्रो लाइन से उन्हें बड़ी सहूलियत मिलेगी।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा कॉरिडोर का 47 किलोमीटर का नेटवर्क होगा। इस लाईन के जुड़ते ही एनसीआर की मेट्रो लाईन दुनिया की चौथी सबसे बडी मेट्रो लाईन हो जाएगी। इसकी लंबाई 300 किलोमीटर से ज्यादा की होगी।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा कॉरिडोर की कुल लंबाई 29.7 किलोमीटर है, जिसमें कुल 21 मेट्रो स्टेशन पड़ेंगे। यहां पर पहला मेट्रो स्टेशन नोएडा सेक्टर 71 होगा और आखिरी ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन होगा। जबकि सेक्टर 52 और सेक्टर-34 इंटरचेंज स्टेशन होंगे।
इस लाइन में चलने वाली मेट्रो चार कोच की होगी, जिसमें 186 सीटें हैं। इममें 1000 लोग खड़े होकर सफर कर सकते हैं। रिजर्व सीट गहरे नीले रंग की होंगी तो सामान्य सीटें एक्वा कलर की होंगी। वहीं, विकलांग जनों के लिए व्हीलचेयर रखने की अलग सुविधा है।
ट्रेन के हर कोच के अंदर मोबाइल चार्जिंग पोर्ट भी होगा। जबकि 6 LCD डिस्प्ले स्क्रीन होगी, जिसमें और रूट नजर आएगा। यह सारी ट्रेनें चाइना से इंपोर्ट हुई हैं।
मंगलवार को दिल्ली मेट्रो के एम.डी. मंगू सिंह और नोएडा मेट्रो के एमडी आलोक टंडन ने हरी झंडी दिखाकर इस ट्रेन का ट्रायल रन शुरू किया। बहरहाल एक बात तो साफ़ है कि इस मेट्रो लाइन के शुरू होते ही लाखों पैसेंजर्स को बड़ी राहत मिलेगी।