गुजरात:शपथ समारोह में NDA का पावर शो, मोदी-नीतीश समेत NDA का हर दिग्गज शामिल
गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की लगातार छठी बार सरकार बनी है। विजय रूपाणी ने दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ली। रूपाणी के साथ नितिन पटेल ने उपमुख्यमंत्री पद और अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की ताकत दिखाई दी।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, एनडीए शासित राज्यों के 18 सीएम, कई केंद्रीय मंत्री समेत बड़े दिग्गजों ने शिरकत की।
बीजेपी के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी, महाराष्ट्र के नेता रामदास अठावले, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल, पूर्व कांग्रेस नेता शंकर भाई वाघेला, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान जैसे बड़े दिग्गज भी दिखे।
इस सब में सबसे खास रही मोदी और नीतीश कुमार की मुलाक़ात। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार एनडीए के वो दो नेता हैं, जिनके रिश्तों में अक्सर उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। 2002 में गुजरात देंगे हुए। पूरे देश में ये दंगे न सिर्फ चर्चा का विषय बने, बल्कि राज्य की तत्कालीन मोदी सरकार पर दंगे रोकने में नाकामी के इल्जाम भी लगे थे।
पीएम मोदी ने एक-एक कर सभी मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने संत समाज के कई लोगों से भी मुलाकात की।
गुजरात चुनावों में केशुभाई पटेल, शंकर सिंह वाघेला का काफी अहम रोल रहा था। दोनों की अपने समुदाय में काफी अच्छी पकड़ रही है।
चुनाव से पहले शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस पार्टी से किनारा कर लिया था, शायद इसी बात का फायदा बीजेपी को चुनाव में मिला। 2019 के चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी की नजरें 2018 में होने वाले 8 राज्यों के चुनावों पर भी हैं।
साफ है गुजरात जीतने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी की नज़र 2019 के लोकसभा चुनाव पर है. उससे पहले एनडीए का इस तरह का शक्ति प्रदर्शन विपक्ष के लिए संदेश देने का प्रयास है।
आपको बता दें कि रूपाणी की नई कैबिनेट में कई पुराने और नए चेहरों सहित 19 लोग शामिल हुए। रूपाणी मंत्रिमंडल में 19 मंत्री शामिल किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 6 पाटीदार नेताओें को जगह मिली है।
बता दें कि 22 सालों में ये पहली बार है कि जब बीजेपी को गुजरात में 100 सीटों से कम मिली हैं। बीजेपी को राज्य की 182 सीटों में से 99 सीटें मिली हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगियों को 80 सीटें मिली हैं।
साफ है कि गुजरात में बीजेपी की सीटें इस बार घटी हैं, इसलिए 2019 को ध्यान में रखते हुए बीजेपी आगे की रणनीति पर भी काम कर रही है। 2014 में गुजरात में बीजेपी ने राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटें जीती थीं, 2019 में इस रिकॉर्ड को दोहराना एक बड़ी चुनौती होगी। गांधीनगर में पावर शो को देखते हुए लगता है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी ने अभी से इस की तैयारी शुरू कर दी है।